SDG श्रेणी – सतत विकास लक्ष्यों की आसान समझ
अगर आप जानना चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तय किए गए सतत विकास लक्ष्य (SDG) आपके रोज़मर्रा के जीवन से कैसे जुड़े हैं, तो आप सही जगह पर हैं। इस पेज में हम SDG के मुख्य बिंदुओं को सरल शब्दों में समझाते हैं और बताते हैं कि हमारे लेख कैसे आपके लक्ष्य को पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
SDG क्या हैं?
SDG, यानी Sustainable Development Goals, 17 लक्ष्य हैं जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने 2015 में तैयार किया था। इन लक्ष्यों में गरीबी घटाना, kvalitet वाली शिक्षा, जलवायु परिवर्तन से लड़ना और जेंडर समानता जैसी चीज़ें शामिल हैं। हर लक्ष्य का अपना उप‑लक्ष्य और संकेतक है, जिससे हर देश अपनी प्रगति को माप सके।
हमारी SDG श्रेणी में क्या पढ़ेंगे?
इस टैग में आपको विभिन्न क्षेत्रों के लेख मिलेंगे – चाहे वह शिक्षा, व्यापार, या टेक्नोलॉजी हो। उदाहरण के तौर पर, IIT Bombay की सीटिंग गाइड पढ़कर आप शिक्षा में समान अवसर बनाने में मदद कर सकते हैं। छोटे व्यापार के लिए सोशल मीडिया रणनीति लेख पढ़कर आप आर्थिक विकास (SDG 8) को बढ़ावा दे सकते हैं। यहाँ तक कि डेटा प्राइवेसी पर लेख पढ़कर आप व्यक्तिगत डेटा सुरक्षा (SDG 16) को समझ सकते हैं।
हर लेख को हमने आसान भाषा में लिखा है ताकि आप बिना किसी जटिल शब्दों के जल्दी से समझ सकें। अगर आप कोई विशेष लक्ष्य देखते हैं, तो संबंधित लेख को खोलिए और तुरंत लागू होने वाले टिप्स देखें।
SDG को अपने जीवन में लागू करना मुश्किल नहीं है। रोज़ाना छोटे‑छोटे कदम उठाएँ – जैसे पानी बचाना, इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट ठीक से निपटाना, या स्थानीय छोटे व्यापार को समर्थन देना। हमारे लेखों में ऐसे ही कई व्यावहारिक सुझाव हैं, जिन्हें आप तुरंत आज़मा सकते हैं।
अंत में, इस पेज को लगातार अपडेट किया जाता है, इसलिए नई जानकारी और केस स्टडीज़ के लिए बार‑बार आएँ। पढ़िए, सीखिए और अपना योगदान दीजिए – यही है सतत विकास का असली मतलब।

NIRF Rankings 2025: नई श्रेणियां, कड़े मानदंड और रिसर्च पर सख्ती—उच्च शिक्षा आकलन में बड़ा अपडेट
शिक्षा मंत्रालय ने NIRF Rankings 2025 जारी कीं—अब 17 श्रेणियां, जिनमें ओपन यूनिवर्सिटी, स्किल यूनिवर्सिटी, स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटी और SDG जैसी नई एंट्री शामिल। रिसर्च पेपर रिट्रैक्शन पर नेगेटिव मार्किंग लागू। IIT मद्रास फिर सबसे ऊपर। बदले मानदंड NEP 2020 की दिशा से मेल खाते हैं और डेटा-आधारित नीतियों, छात्रों की पसंद और संस्थानों की जवाबदेही को मजबूत करेंगे।