जिस देश में नदियों को पूजा जाता है वहीं गंदगी फैंक कर पानी को प्रदूषित भी करते हैं लोग।

पानी में से गंदगी निकलते हुए लोग।
नंगल, 07 नवंबर, करण चोपड़ा:- हमारे देश में नदियों व नहरों को पवित्र मानते हुए इनकी पूजा की जाती है लेकिन बावजूद इसके ऐसे लोगों की भी कोई कमी नही जो इन नदी, नहरों में गंदगी फैंक कर दूर्षित ना करते हो। भाखड़ा डैंम के बाद नंगल डैंम तक पहुंचने वाले पानी में प्रति दिन सैंकड़ों किलो के हिसाब से निकलने वाली गंदगी इसका जीता जागता सबूत है जिसे निकालने में बी.बी.एम.बी. कर्मियों को कड़ी मशक्त का सामना करना पड़ता है।
आज भी इस पानी में बह कर आए पुराने बूट-चप्पलें व अन्य प्लास्टिक का सामान बी.बी.एम.बी. कर्मियों ने कड़ी मशक्त से बाहर निकाला। इस मौके पर उपस्थित जे.ई. सोमनाथ, मनोहर लाल, गुरमेल सिंह, तरसेम सिंह, पवन कुमार, मलकीयत सिंह व अमरजीत सिंह ने कहाकि लोग इस पावन पवित्र पानी को पीने के लिए भी प्रयोग करते है लेकिन बावजूद इसकी अपने घरों की गंदगी से लेकर बूट, चप्पले व अन्य प्लास्टिक का सामान भी दरिया में फैंक देते है जो नंगल पहुंच कर नंगल डैंम के गेटों में फस जाता है जिससे यहां पानी तो दूषित होता ही है वहीं नंगल डैंम की खुबसूरती को भी ग्रहण लग जाता है। उन्होने लोगों से इस तरह का सामान सतलुज व नहरों में ना फैकने की अपील की।
