चंडीगढ़, 06 दिसंबर, मीडिया कॉप्स:- चंडीगढ़ डिप्टी कमिश्नर आफिस के गेट पर आज से अविनाश सिंह शर्मा, चंडीगढ़ की आवाज पार्टी, सत्याग्रह मरनव्रत भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। जिसका मुख्य कारण है कि 29/08/2018 को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के आए फैसले में स्पष्ट लिखा है की चंडीगढ़ यू टी के अंदर लाल डोरे से बाहर पेरी फेरी कंट्रोल एक्ट 1952 लागू नहीं है। यह एक्ट चंडीगढ़ से बाहर पंजाब में है। उन्होंने आरोप लगाया की प्रशासन ने हाईकोर्ट के फैसले को कुडे के ढेर में डाल दिया। हाईकोर्ट के आए फैसले के बाद भी 16/10/2018 को लैंड एकुज़िशन आफिसर ने अनेकों गांवों के सैकड़ों लोगों को पेरी फेरी कंट्रोल एक्ट के वायलेशन के नोटिस भेज कर आर्थिक शोषण एवं उत्पीड़न शुरू हो गया। अविनाश सिंह शर्मा ने मांग की है कि चंडीगढ़ प्रशासन अपनी गलती के लिए जनता से माफी मांगे और जिन बेकसूर लोगो के मकानों पर बुलडोजर चलाए गए उन्हें प्रशासन मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन मांगे नहीं मानता तब तक मरनव्रत भूख हड़ताल अनिश्चितकालीन चलता रहेगा। इस मौके पर धरने पर मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल किशोर शर्मा, सरदार ओकार सिंह सैनी, सरदार गुरदयाल सिंह, योगेंद्र देसावर, बांबी मेहता, राहुल मेहता, दविन्द्र सिंह, बंटी सिंह,मनोज शुक्ला,अजय कुमार, एम.पी. चौहान, सुभाष, सतेन्द्र सिंह, नजमा, शांति, कमला, सुनीता, बानू एवं अन्य बैठे थे। इस मौके पर पुलिस ने वहां पहुँच कर धरना बंद करवाने का प्रयास किया परंतु प्रशासन के धक्के के आगे जनता की मजबूत आवाज बन कर बैठे अविनाश सिंह शर्मा लोगों के हक के लिए वहीं बैठ कर भूख हड़ताल जारी रखी जिसके उपरांत चंडीगढ़ पुलिस ने जोर जबरदस्ती कर धरने को बंद करवाते हुए अविनाश सिंह शर्मा और साथियो को गिरफ़्तार करके सेक्टर 17 पुलिस थाने ले गई