अमृतसर, 05 दिसंबर, अमित कुमार:- तरनतारन रोड पर पड़ते चाटीविंड की रहने वाली सरबजीत कौर अपने घर और अपने इलाज के लिए सरकार के आगे मदद के लिए गुहार लगा रही है सरबजीत कौर ने बताया कि वह कोट मित सिंह की रहने वाली है और कुछ वर्ष पहले उसके पति दविंदर सिंह की मौत हो गई थी पति की मौत के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उसके ऊपर और उसका बेटा संदीप सिंह पर आ गई घर के हालात पहले ही इतने अच्छे नहीं थे पति के जाने के बाद घर का गुजारा और मुश्किल हो गया सरबजीत कौर का पुत्र संदीप सिंह एक ट्रक ड्राइवरी करता था और ड्राइवरी करके ही अपने परिवार का गुजारा करता था 6 महीने पहले संदीप सिंह कि अचानक दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई संदीप सिंह अपने पीछे अपने दो बेटे छोड़ गया बड़ा लड़का 3 साल का जिसका नाम शहराज सिंह और दूसरा बेटा 1 साल का शरणदीप सिंह है. सरबजीत कौर ने बताया कि उसके पेट में रसोलीया है और आंखों की रोशनी भी बहुत कम है जिसके कारण उसे बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ता है सरबजीत कौर ने बताया कि घर को चलाने के लिए उसके पास कोई पैसा नहीं है जिससे वह अपना घर चला सके या अपना इलाज करवा सके सरबजीत कौर की बहु राधा अपने दो बच्चों के साथ अपनी सास के साथ रहती है मोहल्ले वालों ने सरबजीत कौर की तरफ से प्रशासन के आगे गुहार लगाई है कि सरबजीत के परिवार को सरकार की तरफ से या किसी संस्था की तरफ से मदद की जाए ताकि सरबजीत अपना इलाज करवा सके और अपना घर चला सके मोहल्ले वालों ने बताया कि सरबजीत कौर का नीला कार्ड भी बना हुआ है जिस पर अभी तक उनको कोई राशन नहीं मिला सरबजीत कौर ने बताया कि उसके घर की छत सारी कच्ची है उसने लेंटर की स्कीम भी भरी हुई है जोकि सरकार की तरफ से लागू की गई थी लेकिन उसका भी अभी तक कोई पैसा नहीं मिला.
वैसे तो मौजूदा सरकारे बहुत बड़े बड़े दावे करती हैं कि वह गरीबों के लिए बहुत काम कर रही हैं पर अभी भी ऐसे बहुत गरीब परिवार है जो अपने इलाज या रोटी पानी के लिए तरस रहे हैं सरकार को चाहिए कि इन गरीबों के लिए कुछ अहम कदम उठाएं.